अटल टिंकरिंग लैब
अटल टिंकरिंग लैब वर्तमान में केन्द्रीय विद्यालय सरायपाली में नहीं चल रही है।
अटल टिंकरिंग लैब (ATL) अटल इनोवेशन मिशन (AIM) के तहत शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य छात्रों में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने अपने विद्यालयों में कई अटल टिंकरिंग लैब स्थापित करके इस पहल को अपनाया है।
अटल टिंकरिंग लैब के उद्देश्य:
अटल टिंकरिंग लैब का प्राथमिक लक्ष्य छात्रों को रचनात्मक सोच, नवाचार, समस्या-समाधान और तकनीकी ज्ञान जैसे 21वीं सदी के कौशल से लैस करना है। ये लैब छात्रों को विभिन्न वैज्ञानिक और तकनीकी उपकरणों और सॉफ्टवेयर का उपयोग करके व्यावहारिक अनुभव प्रदान करती हैं।
अटल टिंकरिंग लैब में सुविधाएँ:
उपकरण और सामग्री:
3D प्रिंटर, रोबोटिक्स किट, माइक्रोकंट्रोलर, सेंसर, कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसी आधुनिक तकनीकी सुविधाएँ।
प्रशिक्षण एवं कार्यशालाएँ: छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
परियोजनाएँ एवं प्रयोग:
- छात्रों को परियोजनाओं एवं प्रयोगों के माध्यम से अपने विचारों को वास्तविकता में बदलने के अवसर।
- अटल टिंकरिंग लैब्स का महत्व:
- नवाचार को प्रोत्साहित करना:
- छात्रों को अपने विचारों एवं अवधारणाओं को प्रयोग करने एवं विकसित करने का अवसर मिलता है, जिससे नवाचार को बढ़ावा मिलता है।
- प्रयोगों एवं परियोजनाओं के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान छात्रों की सैद्धांतिक समझ को मजबूत करता है।
- करियर एवं भविष्य की तैयारी:
- तकनीकी कौशल एवं रचनात्मकता का विकास छात्रों को भविष्य में बेहतर करियर विकल्पों के लिए तैयार करता है।
- समस्या समाधान कौशल:
- समस्याओं की पहचान एवं समाधान के लिए आवश्यक कौशल का विकास।
निष्कर्ष:
केन्द्रीय विद्यालयों में अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना एक क्रांतिकारी कदम है, जो छात्रों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पहल न केवल छात्रों को नवीनतम तकनीकों से परिचित कराती है, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए तैयार भी करती है। अटल टिंकरिंग लैब्स के माध्यम से छात्र न केवल वैज्ञानिक एवं तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि नवाचार एवं रचनात्मकता में भी नई ऊँचाइयों को छू रहे हैं।